नवरात्रि के हर एक दिन आदिशक्ति की उपासना के लिए विशेष है. देवी मां के नौ दिन, नौ रूप 9 वरदान की तरह हैं. ग्रहों का संकट, जीवन की बाधाएं और मानसिक परेशानियां देवी के आशीर्वाद से दूर हो जाती हैं. 11 अप्रैल दिन गुरुवार को चैत्र नवरात्रि का तीसरा दिन है. नवरात्रि के तीसरे दिन गुरुवार को नवदुर्गा के तीसरे रूप मां चंद्रघंटा की उपासना की जाएगी.
माता चंद्रघंटा अपने मस्तक पर मुकुट धारण करती हैं उसमें अर्धचंद्र और दिव्य घंटी लगी है. इसलिए इस स्वरूप में देवी मां चंद्रघंटा कहलाती हैं. मां के इस स्वरूप की पूजा के लिए नवरात्रि के तीसरे दिन सुबह जल्दी स्नान कर मां का ध्यान करना चाहिए. देवी की पूजा के लिए लाल और पीले फूलों का उपयोग करना चाहिए. पूजा में अक्षत, चंदन और भोग के लिए पेड़े चढ़ाना चाहिए. माना जाता है कि मंत्रों का जप, घी से दीपक जलाने, आरती, शंख और घंटी बजाने से माता प्रसन्न होती हैं.