शिवसेना हिंदुस्तान की धार्मिक शाखा श्री राम हनुमान सेवा दल की ओर से प्रत्येक मंगलवार की तरह इस मंगलवार को भी सनातन हिंदू धर्म के प्रचार प्रसार के लिए महा अभियान के तहत उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थ स्थान पटियाला पंजाब के श्री काली माता मंदिर में श्री हनुमान चालीसा जी के पाठ का आयोजन किया गया।
श्री हनुमान चालीसा पाठ समारोह प्रसिद्ध भागवत कथा आचार्य पंडित श्री आशीष भट्ट के द्वारा व्यास पीठ पर विराजमान होकर किया गया।
उन्होंने सनातन धर्म की चर्चा करते हुए कहां के इस धर्म का महत्वपूर्ण बिंदु यह है की इसके आदि का कुछ पता नहीं है जैसे मानवता का विकास हुआ इस प्रकार सनातन शाश्वत धर्म का विकास हुआ यह भगवान श्री राम भगवान श्री कृष्णा भगवान श्री शिव जी अन्य देवी देवताओं के प्रकट होने से पहले ही यह सनातन धर्म विराजमान था।
उन्होंने कहा सनातन हिंदू धर्म हमारे सभी इच्छाओं की पूर्ति करने में और हमारा इस युग में या किसी युग में भी मार्गदर्शन करने में पूरी तरह सक्षम है बस शर्त इतनी सी है कि हमारा पूर्ण विश्वास और श्रद्धा इसकी शिक्षाओं पर और इसकी कथन पर होना चाहिए।
सनातन में माता-पिता एवं गुरु जन का बहुत ही सम्मान पूर्वक और उच्च स्थान है। जो कोई भी अपने माता-पिता गुरु जन का आदर सत्कार करता है और उनके मार्गदर्शन में आगे बढ़ता है उन्हें समाज में गौरव प्राप्त होता है और समाज उन्हें प्रेरणा स्रोत के रूप में स्वीकार करता है।
अंत में भागवत कथा आचार्य पंडित श्री आशीष भट्ट जी ने श्री हनुमान चालीसा जी के पाठ को बड़े ही भक्ति भाव से और श्रद्धा से पूर्ण किया और कहा कि हमें किसी भी लालच में अपने सनातन हिंदू धर्म का मार्ग नहीं छोड़ना चाहिए मानवीय लालच हमें धर्म के मार्ग से गिरा सकता है इसलिए हमें भगवान श्री राम जी श्री हनुमान जी के जीवन चरित्र से प्रेरणा लेते हुए धर्म के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ना चाहिए।
अंत में श्री राम भक्तों को संबोधित करते हुए श्री राम हनुमान सेवा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पवन गुप्ता जी ने सभी से प्रार्थना की की हर सप्ताह जो सनातन धर्म पर प्रश्न पूछा जाता है कृपया उसे प्रश्न का उत्तर जरूर अध्ययन करके जरूर लेकर आए ताकि आपका संतान को भी तथा आपको भी शास्त्र के अध्ययन का आवश्यक ज्ञान हो सके और आप आप सनातन शास्त्र के ज्ञात हो सके यही श्री राम हनुमान सेवा दल का परम लक्ष्य है।
श्री हनुमान चालीसा जी के पाठ के उपरांत भगवान श्री हनुमान जी की आरती की गई और उन्हें भोग लगाकर सभी भक्तों में प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्री राम हनुमान जी के भक्ति उपस्थित रहे।