श्री राम हनुमान सेवा दल के धर्म प्रचारक एवं इंडियन एस्ट्रो वास्तु रिसर्च सेंटर तिरुपति टाउन पटियाला के मैनेजमेंट डायरेक्टर आचार्य बद्री प्रसाद शास्त्री जी ने बताया कि दीपावली को हिंदू धर्म के सबसे बड़े त्यौहार के रूप में मान्यता प्राप्त है. धार्मिक आधार पर भगवान श्री रामचंद्र रावण पर विजय प्राप्त करने के बाद इसी दिन अयोध्या वापस लौटे थे और उनके आने की खुशी में नगर वासियों ने दीपक जलाकर उनका स्वागत किया था, तब से यह प्रथा चली आ रही है
.दीपावली के दिन प्रातःकाल जल्दी उठकर अपने परिवार के साथ पूर्वजों व कुल देवी देवताओं का पूजन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए. यह दिन अमावस्या होने के कारण पूर्वजों के निमित्त श्राद्ध कार्य करने के लिए भी सर्वोत्तम दिन माना गया है. दीपावली का दिन माता महालक्ष्मी की पूजा के लिए विशेष रूप से फलदायक माना गया है. इस दिन श्री महागणेश जी, माता महालक्ष्मी जी, माता महासरस्वती जी और माता महाकाली जी की उपासना की जाती है.
आइये जानते हैं, दिवाली के दिन श्री लक्ष्मी पूजा के शुभ मुहूर्त कौन-कौन से हैं. यहां पर आपको प्रदोष काल का मुहूर्त, स्थिर लग्न का मुहूर्त, निशीथ काल का मुहूर्त और चौघड़िया मुहूर्त बताए गए हैं. लेकिन आप स्थिर लग्न और प्रदोष काल के मुहूर्त को सर्वाधिक उपयुक्त मानकर उसी दौरान श्री महालक्ष्मी की पूजा करें. परंपरागत रूप से निशीथ काल में पूजा करने वाले निशीथ काल के दौरान पूजा करें. जो लोग चौघड़िया मुहूर्त को देखकर पूजा करते हैं, वे अपनी परंपरा के अनुसार इसी मुहूर्त में भी पूजा कर सकते हैं. क्योंकि चौघड़िया मुहूर्त विशेष रूप से यात्रा के लिए ही प्रयोग किया जाता है. वृषभ लग्न जोकि एक स्थिर लग्न है, उसमें प्रदोष काल के दौरान श्री लक्ष्मी पूजन करना चाहिए. आचार्य बद्री प्रसाद शास्त्री जी ने बताया कि दिवाली – लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
अमावस्या तिथि प्रारंभ: 12 नवंबर 2023 को दोपहर 14:45 बजे से
अमावस्या तिथि समाप्त:13 नवंबर 2023 को दोपहर 14:56 बजे तक.
प्रदोष काल का मुहूर्त
प्रदोष काल 12 नवंबर 2023 को सायं काल 17:28 से 20:07 बजे तक रहेगा, जिसमें वृषभ काल (स्थिर लग्न) 17:39 बजे से 19:33 बजे तक रहेगा.
लक्ष्मी पूजा का प्रदोष काल का मुहूर्त का समय सायं काल 17:39 बजे से सायं काल 19:33 बजे तक रहेगा. यह अवधि लगभग 1 घंटा 54 मिनट की होगी.
निशीथ काल का शुभ पूजा मुहूर्त
श्री महालक्ष्मी पूजा के लिए यह निशीथ काल मुहूर्त भी अच्छा माना जाता है जोकि रात्रि 11:39 बजे से रात्रि 12:30 बजे तक रहेगा. यह अवधि लगभग 52 मिनट की होगी.
दीपावली पर शुभ चौघड़िया पूजा मुहूर्त
दीपावली पर लक्ष्मी माता की पूजा करने के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त इस प्रकार हैं:-
अपराह्न मुहूर्त (शुभ का चौघड़िया): 12 नवंबर को दोपहर 13:26 से दोपहर 14:46 बजे तक.
सायाह्न मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर का चौघड़िया): 12 नवंबर को सायं काल 17:29 बजे से रात्रि 10:25 बजे तक.
रात्रि मुहूर्त (लाभ का चौघड़िया): 12 नवंबर की मध्य रात्रि के उपरांत 25:44 बजे से 27:23 बजे तक (13 नवंबर को 1:44 बजे से 3:23 बजे तक)
उषाकाल मुहूर्त (शुभ का चौघड़िया): 13 नवंबर को 5:02 बजे से 6:41 बजे तक.
ज्योतिषाचार्य आचार्य बद्री प्रसाद शास्त्री जी ने बताया कि लक्ष्मी पूजन के लिए कल सुबह सूर्य उदय के उपरांत से लेकर रात्रि 12:00 बजे तक जब मर्जी आप पूजन कर सकते हैं पूरा दिन शुभ रहेगा