नवरात्रि के 9 दिन मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है. हर दिन माता के अलग-अलग स्वरूप को स्पेशल भोग लगाया जाता है. मां दुर्गा का आठवां स्वरूप माता महागौरी का है. मां महागौरी सफेद वस्त्र धारण कर बैल की सवारी करती हैं. उन्हें नारियल या उससे बनी मिठाई का भोग लगाया जाता है. सच्चे मन से उनकी पूजा करने से हर मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन विधिवत मां महागौरी की पूजा करनी चाहिए. इस दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र धारण करने चाहिए. इसके बाद पूजा घर या फिर साफ जगह पर चौकी रखकर सफेद कपड़ा बिछाकर मां महागौरी की मूर्ति या तस्वीर रखें. महागौरी यंत्र है तो उसे भी वहां रख दें. मां का ध्यान लगाते हुए शुद्धिकरण करें. मां महागौरी को फूल, माला, सिंदूर, अक्षत चढ़ाकर नारियल या इससे बनी हुई चीजों का भोग लगाएं. अगर कन्या पूजन कर रहे हैं तो मां को हलवा-पूड़ी, सब्जी, काले चने, खीर का भी भोग लगाएं. अब जल अर्पित करें और घी का दीप प्रज्जवलित करें. अब दुर्गा चालीसा, दुर्गा सप्तशती के साथ मां महागौरी के बीज मंत्र का जाप करें और सबसे आखिरी में आरती कर माता से गलती की क्षमा मांगे.